Suzlon Energy Limited को वित्त वर्ष 2025–26 के लिए Tata Power Renewable Energy Limited (TPREL) से 838 मेगावाट क्षमता का अपना अब तक का दूसरा सबसे बड़ा ऑर्डर मिला है। इस ऑर्डर के मिलने के बाद Suzlon के शेयर में तेजी देखी गई और कंपनी के लिए यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि बन गई है
ऑर्डर की खासियत और प्रोजेक्ट डिटेल्स
यह ऑर्डर Tata Power के Firm and Dispatchable Renewable Energy (FDRE) प्रोग्राम के तहत मिला है, जिसका मकसद 24×7 क्लीन एनर्जी उपलब्ध कराना है। इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत Suzlon की एडवांस ‘Made in India’ विंड टर्बाइन टेक्नोलॉजी इस्तेमाल की जाएगी। कुल 266 S144 विंड टर्बाइन लगाई जाएंगी, जिनकी हरेक की क्षमता 3.15 मेगावाट होगी। प्रोजेक्ट को तीन राज्यों— कर्नाटक (302 मेगावाट), महाराष्ट्र (271 मेगावाट) और तमिलनाडु (265 मेगावाट)—में पूरा किया जाएगा।
Suzlon और Tata Power: साझेदारी और भारत की ऊर्जा क्रांति
Tata Power Renewable Energy का लक्ष्य है 2045 तक 100% क्लीन पावर हासिल करना। Suzlon और Tata Power की यह साझेदारी ‘मेड इन इंडिया’ इनोवेशन और टिकाऊ विकास की ताकत को दर्शाती है। Suzlon की तकनीक Grid-stable और cost-efficient होने के साथ “One India Grid” के विज़न में भी सहायक है।
Suzlon Energy के ताजा वित्तीय आंकड़े और प्रदर्शन
Suzlon Energy के शेयर 2% तक चढ़कर 59.24 रुपये (16 सितंबर 2025 की सुबह) पर ट्रेड कर रहे थे। अभी कंपनी के पास कुल 5,700 मेगावाट का ऑर्डर बुक है, जिसमें इस साल की सबसे अधिक 838 मेगावाट की डील शामिल है। Q1 FY26 (अप्रैल-जून 2025) में Suzlon ने 3,117 करोड़ रुपये का राजस्व दर्ज किया, जो साल-दर-साल 55% ज्यादा है। इसी तिमाही में कंपनी का प्रॉफिट आफ्टर टैक्स 324 करोड़ रुपये रहा और 444 मेगावाट की सबसे अधिक डिलीवरी की।
Suzlon के ऑर्डर बुक
Suzlon लगातार दस तिमाही से अपने ऑर्डर बुक में बढ़ोतरी कर रही है। कंपनी का ज्यादातर ऑर्डर-बुक कॉमर्शियल और इंडस्ट्रियल क्लाइंट्स के साथ पब्लिक सेक्टर यूनिट्स से है, जिससे कंपनी के लिए भविष्य में मजबूत विकास की उम्मीद है। इसकी सालाना मैन्युफैक्चरिंग क्षमता 4.5 गीगावाट है।
FDRE प्रोजेक्ट्स के बढ़ने से भारत की पावर ग्रिड अधिक स्थिर होगी और रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर को नई दिशा मिलेगी। यह ऑर्डर टाटा पावर और Suzlon की संयुक्त ताकत को दिखाता है जिसमें ‘मेड इन इंडिया’ उत्पादों और तकनीक का इस्तेमाल हो रहा है, जो देश को आत्मनिर्भर ऊर्जा क्षेत्र की ओर बढ़ा रहा है।
Suzlon का शेयर बाजार में ताजा प्रदर्शन
Suzlon Energy का शेयर 16 सितंबर 2025 को दिन में 2% तक चढ़ा और निवेशकों में इसका विश्वास और बढ़ा है। PE रेशियो 37.71, ROE लगभग 34% और डेट-टू-इक्विटी रेशियो 0.05 है, जिससे यह कम्पनी वित्तीय रूप से स्थिर मानी जा रही है।
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निष्कर्ष
Tata Power से मिले नए 838 मेगावाट के ऑर्डर ने Suzlon Energy को भारत के रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में और मजबूती दी है। कंपनी के ताजा फाइनेंशियल आंकड़े, जबरदस्त ऑर्डर बुक और Grid-stable तकनीक भारत के ऊर्जा भविष्य को रफ्तार दे रहे हैं। Suzlon का फोकस ‘मेड इन इंडिया’ नवाचार, तेज डिलीवरी और क्लीन एनर्जी के सपने को साकार करने में है।
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