Infosys ने सितंबर 2025 में अपने बोर्ड की बैठक बुलाई है जिसमें लगभग 10,000 से 15,000 करोड़ रुपए तक का शेयर बायबैक प्रस्तावित है। यह कंपनी के लिए तीन साल बाद पहला बायबैक है, और अब तक पांचवां बायबैक होगा। इस खबर के बाद भी शेयरों में अचानक गिरावट देखी गई है, जिससे निवेशकों के मन में कई सवाल उठ गए हैं
Infosys share का हालिया उतार-चढ़ाव
2025 की शुरुआत से ही Infosys के शेयरों का प्रदर्शन हल्के दबाव में रहा है। सितंबर 2025 में शेयर 1,508 रुपए के निचले स्तर तक गिर गए। पिछले दो सत्रों में आई तेजी के बाद गुरुवार को इसमें 1.6% की गिरावट दर्ज की गई। एक हफ्ते में शेयर ने 2.6% और एक महीने में 6.6% की बढ़त दी, लेकिन साल दर साल लगभग 19% नीचे हैं।
Infosys share के गिरने की वजह
Infosys के बारे में बड़ी खबर सामने आने पर अक्सर प्रोफिट बुकिंग देखने को मिलती है। इस बार बायबैक के ऐलान से पहले कई निवेशकों ने अपने लाभ सुरक्षित किए, जिससे शेयर पर दबाव पड़ा। आईटी सेक्टर में इंडेक्स भी कमजोर रहा। अमेरिकी बाजारों में आई सुस्ती, H1-B वीजा जैसे मसलों और विदेशी निवेशकों की बिकवाली से मार्केट में निगेटिविटी देखने को मिली।
बायबैक में खास क्या है?
Infosys ने सितंबर 2025 में जो बायबैक प्रस्तावित किया है, वह कंपनी की कुल पेड-अप कैपिटल का लगभग 12–13% हो सकता है, जिसकी अनुमानित राशि 10,000–15,000 करोड़ रुपए है। यह अमूमन मार्केट प्राइस से 25–30% प्रीमियम के साथ किया जाता है, इस हिसाब से प्रति शेयर बायबैक प्राइस 1,800–1,900 रुपए तक हो सकता है।
बीते वर्षों में Infosys ने कुल 39,760 करोड़ रुपए के बायबैक के जरिए लगभग 340 मिलियन शेयर खरीदे हैं। हर बार बायबैक के बाद कंपनी के स्टॉक ने 6 महीने में 20%-22% तक की बढ़त दी है।
फंडामेंटल स्थिति और एनालिस्ट राय
फंडामेंटली इन्फोसिस की स्थिति मजबूत है। जून 2025 की रिपोर्ट के अनुसार TTM (Trailing Twelve Months) रेवेन्यू 1,65,954 करोड़ रुपए और नेट प्रॉफिट 27,300 करोड़ रुपए के आसपास है। कंपनी के पास कुल 45,200 करोड़ रुपए की नकद राशि है, जिसमें से लगभग 30% बायबैक में खर्च किया जा सकता है। कंपनी के शेयर वर्तमान में 21.6x के फॉरवर्ड P/E रेशियो पर ट्रेड हो रहे हैं।
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लगभग 22 ब्रोकरेज फर्म्स में से 16 ने औसत टारगेट प्राइस 1,865 रुपए प्रति शेयर रखा है, जबकि किसी भी फर्म ने बिकवाली की सलाह नहीं दी है। यानि एनालिस्ट लंबे समय के लिए शेयर को ‘खरीदने’ की राय दे रहे हैं।
निवेशकों के लिए सलाह: क्या करें?
अगर आपके पास पहले से इन्फोसिस के शेयर हैं तो लंबी अवधि के नजरिए से इन्हें होल्ड करें। शॉर्ट टर्म में शेयर में वोलैटिलिटी रह सकती है, लेकिन बायबैक और मजबूत फंडामेंटल्स को देखते हुए आगे अच्छे रिटर्न की संभावना है। यदि नए निवेशक हैं तो गिरावट में थोड़ा-थोड़ा निवेश करने की रणनीति सही रहेगी, क्योंकि बायबैक के दौरान स्टॉक पर प्रीमियम मिलने की प्रबल संभावना रहती है।
निष्कर्ष
इन्फोसिस के शेयर में बायबैक से पहले हुई गिरावट अवसर की तरह देखी जा सकती है। कंपनी की कैश पोजिशन, पिछली बायबैक्स के अनुभव और मौजूदा एनालिस्ट राय से स्पष्ट है कि लंबी अवधि के निवेशक इसके शेयर होल्ड कर सकते हैं। संभावित बायबैक प्राइस और टारगेट्स को ध्यान में रखते हुए, किसी भी निर्णय से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय अवश्य लें।
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