Railway Sector : सितंबर 2025 में रेलवे सेक्टर का माहौल निवेशकों के लिए बेहद सकारात्मक रहा है। कई प्रमुख रेलवे कंपनियों को बडे़-बड़े प्रोजेक्ट्स और ऑर्डर मिले हैं, जिससे इन कंपनियों के शेयरों में तेजी देखने को मिल रही है। सरकार की मजबूत योजना और प्राइवेट कंपनियों की सहभागिता के चलते रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर के आधुनिकीकरण में तेज़ी आई है।
RVNL को मिला वेस्ट सेंट्रल रेलवे से बड़ा अनुबंध
रेल विकास निगम लिमिटेड (RVNL) को वेस्ट सेंट्रल रेलवे से करीब 1,694.9 करोड़ रुपये का कॉन्ट्रैक्ट मिला है। इस महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट के तहत भोपाल डिवीजन के बीना–आरटीए सेक्शन में ट्रैक्शन सबस्टेशन, स्विचिंग पोस्ट और SCADA वर्क का डिज़ाइन, सप्लाई, एरेक्शन, टेस्टिंग एवं कमीशनिंग करना शामिल है। प्रोजेक्ट की अवधि 540 दिन तय की गई है। इससे भारतीय रेलवे की फ्रेट वाली क्षमता और नेटवर्क की दक्षता में इज़ाफा होगा।
RailTel को बिहार में स्मार्ट क्लासरूम का प्रोजेक्ट
रेलटेल कॉर्पोरेशन को बिहार राज्य शैक्षणिक इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (BSEIDC) से 574.9 करोड़ रुपये का महत्त्वपूर्ण अनुबंध प्राप्त हुआ है। इस ऑर्डर के तहत बिहार के कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में हाइब्रिड स्मार्ट क्लासरूम व ICT लैब्स स्थापित की जाएंगी। यह कार्य प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा अभियान (PM-USHA योजना) के तहत मार्च 2026 तक पूरा किया जाना है। इससे राज्य की उच्च शिक्षा का डिजिटल बुनियादी ढांचा और मजबूत होगा।
Texmaco Rail को मिला विद्युतीकरण का काम
Texmaco Rail को रेल विकास निगम (RVNL) से नागपुर डिवीजन के यवतमाल–डिग्रस सेक्शन का विद्युतीकरण करने का 129.09 करोड़ रुपये का ऑर्डर मिला है। इसमें 2×25 kV ट्रैक्शन ओवरहेड इक्विपमेंट (OHE) का डिज़ाइन, सप्लाई, निर्माण व टेस्टिंग शामिल है। इस प्रोजेक्ट को 18 महीने के भीतर पूरा करने का टारगेट है।
Jupiter Wagons को मिलें नए ऑर्डर
Jupiter Wagons लिमिटेड की अनसुनी सहायक कंपनी Jupiter Tatravagonka Railwheel Factory को रेल मंत्रालय ने 9,000 LHB एक्सल्स सप्लाई करने के लिए 113 करोड़ रुपये का अनुबंध दिया है। ये एक्सल्स हाई-स्पीड LHB कोचों में लगेंगे, जिससे भारतीय रेलवे की कोचिंग सुविधाओं में गुणवत्ता और सुरक्षा बढ़ेगी।
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L&T को बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट का बड़ा हिस्सा
Larsen & Toubro (L&T) को नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन (NHSRCL) से मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल (MAHSR) कॉरिडोर के लिए 2,500–5,000 करोड़ रुपये का भारी पैमाने का ऑर्डर मिला है। इसमें 156 किलोमीटर का बैलास्टलेस ट्रैक, भूमिगत और एलिवेटेड दोनों सेक्शन शामिल हैं। L&T अब भारत की पहली बुलेट ट्रेन परियोजना में ट्रैक का 50% से अधिक काम संभाल रही है, जिसमें जापान की शिंकानसेन टेक्नोलॉजी का भी इस्तेमाल होगा।
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BHEL को मिला ‘कवच’ सुरक्षा प्रणाली का ऑर्डर
भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL) को भारतीय रेलवे के साउथ वेस्टर्न रेलवे से 22.87 करोड़ रुपये का ऑर्डर मिला है। इसमें ‘कवच’ (स्वदेशी ऑटोमेटिक ट्रेन प्रोटेक्शन सिस्टम) की स्थापना शामिल है, जिससे भारतीय रेलवे में सुरक्षा मानकों में बड़ा सुधार होगा। इस परियोजना के तहत BHEL को ऑन-बोर्ड व ट्रैकसाइड उपकरणों का डिज़ाइन, विकास, आपूर्ति, इंस्टॉलेशन व परीक्षण करना है।
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