Vodafone Idea Limited (Vi) के शेयर की हालत इन दिनों बाजार में चर्चा का विषय बनी हुई है। पिछले कुछ हफ्तों से शेयरों में भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है, और निवेशक शेयर बेचते भी दिख रहे हैं, जिससे बिकवाली का दबाव लगातार बढ़ रहा है। आइयी जानते हैं क्यों यह शेयर बिकवाली का शिकार हुआ है और शेयर की मौजूदा स्तिथि, आंकड़े और भविष्य की संभावनाएं क्या हैं।
लेटेस्ट शेयर प्राइस और वॉल्यूम
Vodafone Idea का शेयर 15 सितंबर 2025 को करीब ₹8.20 के इर्द-गिर्द ट्रेड कर रहा था, जो करीब 6.27% ऊपर था, जबकि इसका पिछला बंद भाव ₹7.66 था। ट्रेडिंग के दौरान एक दिन में ही करीब 1.94 अरब (1,94,32,09,776) शेयरों का वॉल्यूम देखा गया—इससे पता चलता है कि इसमें भारी ट्रेडिंग एक्टिविटी चल रही है। पिछले 52 हफ्ते में शेयर ने ₹19.18 का उच्चतम स्तर और ₹6.12 का न्यूनतम स्तर छुआ है। इससे साफ है कि यह स्टॉक हाई रिस्क और हाई वॉलैटिलिटी वाला है।
शेयरहोल्डिंग पैटर्न और निवेशक की स्थिति
2025 की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक:
- प्रमोटर के पास 25.57% शेयर हैं,
- FII (विदेशी संस्थागत निवेशक) के पास करीब 6% और DII (देशी संस्थागत निवेशक) के पास 4% हिस्सेदारी है।
- सबसे बड़ा हिस्सा (64.29%) खुदरा निवेशकों (Retail Investors) और अन्य के पास है।
यह पैटर्न दिखाता है कि कंपनी में आम निवेशकों की संख्या बहुत ज़्यादा है, जो कि भाव में हलचल का सबसे बड़ा कारण बनता है।
कंपनी का मार्केट कैप व अन्य आंकड़े
Vodafone Idea का मार्केट कैप ₹88,191 करोड़ है। लेकिन सेक्टर की दूसरी कंपनियों से तुलना करें तो कंपनी वित्तीय हालत के मामले में कमजोर दिख रही है। बुक वैल्यू निगेटिव है, डिविडेंड नहीं दे रही है और P/E भी नेगेटिव है। सेक्टर औसतन 47X P/E पर ट्रेंड करता है जबकि कंपनी अभी घाटे में चल रही है।
Vodafone Idea शेयर में रिस्क
- पिछली तिमाही नतीजे कमजोर रहे। Q1FY26 में कंपनी को ₹6,608 करोड़ का भारी घाटा हुआ है—हालांकि यह घाटा पिछली तिमाही से कुछ कम है। कंपनी की आय में बढ़ोतरी ज़रूर हुई (4.9% QoQ, 3.7% YoY), लेकिन घाटा और EPS अभी भी नेगेटिव (EPS: -0.63) है।
- लगातार बढ़ते क़र्ज़ (Debt to Equity -2.79) और BY Book Value (-₹5.24) भी चिंता का कारण है।
- कंपनी पर सरकारी विभाग (DoT) द्वारा AGR (Adjusted Gross Revenue) बकाया मांग का दबाव है, और इसका केस फिलहाल सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है। यह महत्वूपर्ण सुनवाई 19 सितंबर को है, जिससे शेयर में काफी वोलैटिलिटी बनी हुई है।
भविष्य की उम्मीद
फिलहाल Vodafone Idea की हालत निवेश के लिहाज से जोखिम भरी है। कंपनी अपनी AGR समस्या, बढ़ते घाटे और वित्तीय दबाव को लेकर संघर्ष कर रही है। सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई, सरकारी पॉलिसी और कोई बड़ी निवेश घोषणा ही इसमें तेजी ला सकती है।
इसलिए लंबे निवेश के इच्छुक निवेशकों को सावधानी और company updates पर निगाह रखते हुए ही कोई फैसला लेना चाहिए। छोटे समय के ट्रेडर्स के लिए यह शेयर फायदे-नुकसान दोनों का कारण बन सकता है, लेकिन उतार-चढ़ाव बहुत अधिक है, इसलिए स्टॉप लॉस और रिस्क मैनेजमेंट अनिवार्य है।
निष्कर्ष: Vodafone Idea फिलहाल बिकवाली का शिकार है क्योंकि कंपनी के नतीजे कमजोर हैं, कोर्ट-सरकारी मैटर लंबित हैं और खुदरा निवेशक भारी संख्या में शेयर निकाल रहे हैं। ऐसे में निवेश का फैसला सोच-समझकर करना चाहिए।














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